एक रहस्यमय संस्था जो दुनिया को खत्म करना चाहती है

A mysterious organization

एक रहस्यमय संस्था जो दुनिया को खत्म करना चाहती है


दुनिया में बहुत से ऐसे गुप्त संगठन और संस्थाएं मौजूद हैं जो आम लोगों की नजरों से हमेशा जीते हुए रहते हैं और अगर दुनिया के सबसे रहस्यमय संगठन की बात की जाए तो ऐसे में इलुमिनाटी का नाम सबसे ऊपर आता है क्योंकि आज से लगभग 244 साल पहले बनी कैथी क्रास सोसायटी अपनी करतूतों की वजह से आज भी सुर्खियों में बनी रहती है। यह सोसाइटी कितनी बदनाम है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन कैनेडी की हत्या से लेकर 9 ग्यारह में हुए हमले के पीछे तक किसी का हाथ माना जाता है। ऐसे में लोगों के मन में इस सोसाइटी को लेकर हमेशा ही एक रस्सी बना रहता है।

इसलिए हम लुमिनाती और उससे जुड़े हुए सभी राशियों से पर्दा उठाने की पूरी कोशिश करेंगे दोस्त लुमिनाती शब्द सुनने में जितना ही रास्ते में लगता है। असल में यह उतना ही पुराना और प्राचीन है क्योंकि बताया जाता है कि लुमिनाती नाम की इस सीक्रेट सोसायटी किया। आज से लगभग 244 साल पहले सन 1776 के आसपास जर्मनी के एक छोटे से शहर इन कोलस्ताद में की गई थी।

इस सोसाइटी की नींव रखने वाले व्यक्ति का नाम था एवं दर्शन हिंदुस्तान यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एवं विशाल का जन्म जर्मनी में ही हुआ था। दोस्तों वह अपने बचपन में ही अनाथ हो गए थे, जिसकी वजह से उन्होंने अपने जीवन में बहुत सी मुश्किलें और भेदभाव का सामना किया। इसलिए उन्होंने पहले ही सोच लिया था कि वह एक ऐसा समाज बनाएंगे जिसमें लोग धार्मिक कट्टरता के बंधनों से आजाद होकर अपना खुद का जीवन जी सकेंगे क्योंकि प्रोफेसर का यह मानना था कि चर्च और कैथोलिक विचारों के कारण लोग खुलकर जीने से डरने लगे थे और इन्हीं सब बातों को सोचते हुए प्रोफेसर ने इस सोसाइटी की शुरुआत कर दी।

जिस समय यह सीक्रेट सोसाइटी बनाई गई थी, उस समय इसमें सिर्फ पांच सदस्य हुआ करते थे और साथ ही इसका नाम आर्डर ऑफ लुमिनाती हुआ करता था। लेकिन लोगों में इस सोसाइटी के बनने की खबर बहुत तेजी से फैलने लगी। और देखते ही देखते सिर्फ कुछ ही सालों के अंदर 3000 से ऊपर पहुंच गई। शुरुआत में जब सरकार को इलुमिनाटी के बारे में पता चला तो उन्हें लगा कि इस संगठन से लोगों को कोई नुकसान नहीं है। इसलिए उन्होंने भी इस पर कोई खास ध्यान नहीं दिया।

लेकिन कुछ ही समय में लुमिनाती के बारे में ऐसे अजीबोगरीब और डरावनी बातें सामने आने लगी। जिनके बारे में सुनने के बाद लोगों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। दरअसल उस समय लोगों को पता चला कि लुमिनाती के सदस्य भगवान की जगह शैतान की पूजा करते थे। साथ ही वह लोग भगवान को मानने वाले धार्मिक लोगों का ना सिर्फ मजाक बनाते थे बल्कि मौका मिलने पर उन्हें सजा भी देते थे। लुमिनाती के कानून में मामूली से मामूली गलती की सजा भी मौत होती थी। इसके अलावा या सोसाइटी लोगों के आत्महत्या करने को सपोर्ट करती थी क्योंकि इनका मानना था कि अपनी जान लेना हर एक इंसान का अपना हक होता है।

लुमिनाती के बारे में जब इस तरह की बातें सामने आने लगी तो सरकार ने इस पर लगाम लगाना शुरू कर दिया और साल 17 साल। 84 में जब चाडोर का शासन आया तो उसने इलुमिनाटी पर पूरी तरह रोक लगाकर इसको हमेशा के लिए खत्म कर दिया, लेकिन राजा यह नहीं जानता था कि लुमिनाती एक चित्र सोसायटी थी, जिस को खत्म करना इतना आसान नहीं था। दोस्तों तभी से ऐसा माना जाता है कि यह सोसाइटी कभी खत्म ही नहीं हुई है और हमेशा गुप्त रूप से अपना काम करती रही है। दुनिया के बहुत से लोगों का मानना है कि लुमिनाती आज भी एक्टिव है और आज यह पहले से कहीं ज्यादा बढ़ा और ताकतवर संगठन बन चुका है।

समय-समय पर दुनिया के मशहूर लोगों की लुमिनाती से जुड़े होने के दावे किए जाते रहे हैं। बताया जाता है कि दुनिया के अलग-अलग देशों में इसके सदस्यों की खुफिया मीटिंग होती है। इसमें दुनिया भर के लोग शामिल होते हैं। इसके बारे में एक दवा यह भी किया जाता है कि आज दुनिया में जितने भी अमृत और शक्तिशाली लोग मौजूद हैं, उनमें आधी से ज्यादा इस सीक्रेट सोसाइटी का हिस्सा है। दोस्तों यह बातें सिर्फ आज ही नहीं की जा रही। बल्कि सन 1776 में जब यह सोसाइटी बनी थी तभी से। इसके बारे में इस तरह की बातें होती रही है। दुनिया में जब भी कोई ऐसी घटना होती है जिसके होने की वजह लोगों को पता नहीं होती तो उसके होने के पीछे इलुमिनाटी का ही हाथ माना जाता है। आज भी दुनिया के बहुत से लोग इतिहास में हुई कुछ बड़ी-बड़ी और ऐतिहासिक घटनाओं के पीछे इलुमिनाटी को ही जिम्मेदार मानते हैं।

दुनिया में ऐसे बहुत से लोग यह दावा करते हैं कि 18वीं सदी में हुई फ्रांस की क्रांति में भी इलुमिनाटी का ही हाथ था। अब ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठते हैं कि आखिर इल्लुमिनाति यह सब क्यों करता है और यह सब करने के पीछे उसका कौन सा मकसद छुपा हुआ है। असल में दुनिया के बहुत से लोगों का यह मानना है कि इलुमिनाटी दुनिया पर अपनी हुकूमत करना चाहता है जिसके लिए वह हमेशा कुछ ऐसा करने की कोशिश में लगा रहता है जिसकी वजह से दुनिया में जंग छिड़ जाए और सभी देश एक दूसरे को खत्म कर दें ताकि दुनिया पर हुकूमत करने का उसका रास्ता आसान हो जाए।

इसके अलावा इलुमिनाटी का एक मकसद यह भी है कि वे दुनिया से भगवान और भगवान। मानने वाले सभी धर्मों के लोगों को हमेशा के लिए खत्म करना चाहता है ताकि दुनिया में सिर्फ शैतान को पूजने वाले लोग ही रह जाएं और अपने इस मकसद को पूरा करने के लिए दुनिया में कई बार जब भी करवा चुका है। बताया जाता है कि दुनिया में हुए पहले और दूसरे दोनों ही विश्वयुद्ध को करवाने के पीछे इलुमिनाटी का ही हाथ था और हम सभी जानते हैं कि इन दोनों ही युद्ध में करोड़ों लोगों की जान चली गई थी। के अलावा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या के पीछे भी इलुमिनाटी का ही हाथ माना जाता है। दरअसल, 22 नवंबर सन 1963 के दिन एक अज्ञात हत्यारे के द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के सर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

इस हत्या को लेकर समय-समय पर कई खुलासे हुए हैं, लेकिन राष्ट्रपति की हत्या किसने की इन सभी सवालों के जवाब आज तक किसी भी व्यक्ति को नहीं मिल पाया है जिसकी वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या आज भी दुनिया के सबसे बड़े अनसुलझे रहस्यों में से एक माना जाता है। ईद की जो है। क्या मैं बेहद खास थी वह किस समय राष्ट्रपति को गोली मारी गई थी। उसमें एक अनजान महिला सड़क के किनारे देखी गई थी। इस महिला के हाथ में कैमरे के जैसे कोई देखने वाली चीज थी और जैसे ही राष्ट्रपति को गोली लगी या महिला वहां से गायब हो गई।

कोई नहीं जानता था कि यह रहस्य में महिला कौन थी और अचानक से कहां गायब हो गई। इस महिला को तबाह उसका लेडी का नाम दिया गया और बहुत से लोग मानते हैं कि राष्ट्रपति की हत्या इसी महिला ने की थी। दरअसल लोगों का मानना है कि वह महिला लुमिनाती के सदस्य थी और उसके हाथ में जो कैमरे जैसी दिखने वाली चीज थी। असल में एक पिस्तौल थी। लोगों का ऐसा मानना है कि लुमिनाती ऐसा चाहता था कि राष्ट्रपति की हत्या से दुनिया में खलबली मच जाएगी और फिर दुनिया के सभी देशों के बीच एक बड़ा विश्वयुद्ध छिड़ जाएगा। लेकिन इस घटना के बावजूद भी दुनिया में कोई बड़ा युद्ध नहीं हुआ जिससे लुमिनाती के मकसद पर पानी फिर गया। लेकिन दोस्तों यह ना तो इलुमिनाटी की पहली साजिश थी और ना ही आखरी क्योंकि इस।

की बात भी बहुत से बड़े बड़े हादसों और घटनाओं के पीछे इलुमिनाटी को ही दोषी माना गया। इन सभी हादसों में सबसे बड़ा और दर्दनाक हादसा था। 911 में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुआ। हमला दर्शन 11 सितंबर, 2001 के दिन अमेरिका की दो इमारतों वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला किया गया था। इस हमले में 19 हाईजैक अर्थ में चार कमर्शियल एरोप्लेन हाईजैक करके उन्हें इन दोनों इमारतों में क्रैश करा दिया, जिसकी वजह से यह दोनों इमारती पूरी तरह नष्ट हो गई थी और इस पूरे हादसे में लगभग 3000 लोगों की मौत और 6000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। घटना आज भी इतिहास की सबसे बड़ी और सबसे दर्दनाक घटनाओं में शुमार की जाती है। आज की अगर बात करें तो दुनिया में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो यह मानते हैं कि लुमिनाती आज भी सकती है और बताया जाता है कि इतने लुमिनाती में दुनिया भर के माफिया धर्मगुरु बिजनेस में खुफिया एजेंसी और बड़े-बड़े नेता शामिल हैं। कहा जाता है कि इस संगठन की नींव रखने।

प्रोफेसर एवं विश्वास की लिखी एक किताब आज भी इन गोला साथ शहर के एक म्यूजियम में रखी हुई है। इस किताब में प्रोफेसर ने इलुमिनाटी और उसके मकसद से जुड़ी हुई सारी बातें लिखी हैं, लेकिन बेहद सुरक्षित रूप से रखी हुई इस किताब को कोई भी आम इंसान नहीं पढ़ सकता है। अब वैसे तो इलुमिनाटी के वजूद को लेकर दुनिया भर के लोगों में हमेशा बहुत चढ़ी रहती हैं, लेकिन इसकी सच में होने या ना होने का पक्का सबूत दुनिया के किसी भी इंसान के पास नहीं है। इसलिए दोस्तों यह आप पर निर्भर करता है कि आप इसके बारे में क्या सोचते हैं। दोस्तों कुछ इसी तरह की एक अजीब था। इंग्लैंड के अंदर देखने को मिली थी जिसमें लोगों को एक चर्च के अंदर हमेशा के लिए बंद कर दिया जाता था और उन्हें तब तक बाहर नहीं निकाला जाता था जब तक कि वह मर नहीं जाते थे।

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