एक भूतिया गुड़िया की कहानी, जिसकी सच्चाई आपको हैरान कर देगी

The Story of a Ghostly Doll

एक भूतिया गुड़िया की कहानी, जिसकी सच्चाई आपको हैरान कर देगी


इंसानी शरीर की तलाश में निकली यह भूतिया डॉल जितनी अजीब दिखती है, इसके कारणों में भी उतने ही अजीब हुआ करते थे। दरअसल या हॉरर स्टोरी है श्रापित भूतिया डॉल एनाबेल की जिससे कि आज भी अकाउंट म्यूजियम में मंत्रोच्चार के साथ बांधकर कैद किया गया है। एनाबेल नाम की भूतिया डॉल की कहानी शुरू होती है। 1918 से क्योंकि इसी साल बच्चों की कहानियां और कॉमिक्स लिखने वाली अमेरिकी राइटर जॉनी ग्रुवेल अपनी एक किताब रेड्डी एंड में डॉल का जिक्र किया था। दरअसल जॉनी ने इस कहानी में अपने साथ हुए एक रियल इंसीडेंट के बारे में लिखा जोली बताते हैं कि 1 दिन में यूं ही अपने घर के बाहर टहल रहे थे।

तभी उन्हें उनके घर के बैकयार्ड मेक डॉल पड़ी हुई देखी। जॉनी ने उस डॉल को अपने घर में पहले कभी नहीं देखा था। इसलिए उन्होंने अपने पड़ोसियों से जाकर पूछो कि कहीं यह डॉल उनकी तो नहीं लेकिन सभी पड़ोसियों ने भी मना कर दिया। जॉनी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आखिर यह डॉल उनके घर में। हाय कैसे हैं उन्होंने इसके बारे में कुछ ज्यादा नहीं सोचा और डॉल को घर ले जाकर अपनी बेटी मार्सेला को दे दिया। मोर्चेल्ला उस समय काफी छोटी थी इसलिए वह डॉल को देखकर काफी खुश हुई। अब मोर्चेल्ला हर समय इसी डॉल के साथ ही खेलती रहती थी और इसी तरह से खेलते खेलते कुछ ही दिनों में उसको डॉग से बहुत ही ज्यादा लगाव हो गया था और वह एक पल के लिए भी अपनी डॉल को खुद से दूर नहीं करती थी। वह अकेली घर में बैठे उस डॉल से खेलती और उससे बातें करती रहती और यह सब देखकर जॉनी को अपनी बेटी की थोड़ी फिकर भी होती। लेकिन फिर भी बच्चे समझ बॉस्को डॉल से खेलने देते थे।

हालांकि महिला की उम्र जब 13 साल हुई तब वह एक गंभीर बीमारी से पीड़ित हो गई और जब इस बीमारी के लिए उसको वैक्सीन दी गई तब वह सुबह 3:00 का उसके शरीर पर उल्टा असर हो गया। जिसकी वजह से मोर छैला की डेथ हो गई। लेकिन दोस्तों यहां एक चीज बहुत अजीब हुई थी कि महिला की मौत से सिर्फ कुछ दिन पहले ही वोट डाल जॉनी के घर से अपनी। गायब हो गई थी। जॉनी ने महिला के कहने पर उसको बहुत ढूंढा था, लेकिन वह कहीं भी नहीं मिली थी। यानी कि वह डॉन जोड़ने के घर में जिस रहस्यमय तरीके से आई थी, उसी रहस्यमई तरीके से ही गायब में जिस रहस्यमय तरीके से आई थी, उसी रहस्यमई तरीके से ही गायब में लिखा तो लोगों को इसके बारे में जानकर काफी हैरानी हुई और जॉनी की यह कहानी उस समय लोगों में काफी फेमस हो गई और फिर इसके बाद कई दशकों तक वह डाल कहीं भी नजर नहीं आई थी और लोग इसके बारे में भूल चुके थे।

लेकिन दोस्तों साल 1970 में इस दल ने फिर से दुनिया में वापसी की और इस बार यह हॉबिस्ट और नाम की एक एंटीक शॉप में नजर आई थी। दरअसल हुआ यह कि एक महिला इस एंटीक शॉप में गई और उन्होंने एक अजीब सी दिखने वाली या डॉल खरीदी उस महिला को इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि वह जिस डॉल को खरीद रही थी, वह साल में एक भूतिया डॉल थी। उस औरत ने यह डॉल अपनी बेटी दोनों को उसके बर्थडे पर गिफ्ट करने के लिए खरीदा था। उस समय नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी और वह हॉस्टल में अपनी दो सहेलियों के साथ रहती थी। दो ना अपनी मां के गिफ्ट से काफी हैरान थी क्योंकि इससे पहले तक उसकी मां ने उसे कभी भी गुड़िया गिफ्ट नहीं की थी और इसके अलावा अब उसके डॉल से खेलने की उम्र भी बीत चुकी थी। लेकिन फिर भी उसको अपनी मां का यह तोहफा काफी पसंद आया और उसने उस डॉल को अपने कमरे में एक जगह पर सजा कर रख दिया। हालांकि दोनों के साथ रहने वाली उसकी दो सहेलियों को यह डॉल बिल्कुल भी पसंद नहीं आई थी और उनमें से एक जिसका नाम लूं था उसको तो यह ढोल शुरुआत से ही अजीब लग रही थी।

उसने डोना से मना भी किया कि वह इस डॉल को रूम में ना रखें, लेकिन दोनों ने उसकी बात ना मानते हुए उस डॉल को कमरे में ही रखा। अब इस डॉल के कमरे में आते ही वहां पर अजीब अजीब चीजे होनी शुरू हो गई। सबसे पहले तो दोनों ने यह गौर किया कि यह डॉल अपनी जगह से अपने आप ही मुंह कर लेती थी। दरअसल टोन और उसके फ्रेंड जब भी कभी कमरे से बाहर। तो फिर वापस आने पर यह कॉल उसे कहीं एक नई जगह पर मिलती थी। डोना कई बार से इस चीज को नोटिस कर रही थी और उसने जब यह बात अपने रूममेट को बताई तो उसकी दोनों फ्रेंड्स ने कहा कि तुम उस डॉल को तुरंत ही कमरे से निकाल दो क्योंकि वह एक श्रापित भूतिया डॉल है। लेकिन दोनों ने अपने दोस्तों की बातों को नजरअंदाज कर दिया क्योंकि वह भूत प्रेतों के बातों पर विश्वास नहीं करती थी।

उस दिन इसी तरह से समय बीतता गया और यह लोग डॉल की अजीब अजीब हरकतों को नोटिस करते रहे। लगभग एक महीना बीत जाने पर इन्हें कमरे के अंदर एक कागज पड़ा हुआ मिला और इस कागज पर किसी बच्चे की राइटिंग में हेल्प
में लिखा हुआ था और यह कागज इन्हें एक बार नहीं बल्कि एक कई बार कमरे में पड़ा हुआ मिला। इसके अलावा एक बार जब यह लोग रात में कहीं बाहर से अपने रूम में लौटे तो उन्होंने देखा कि डॉल की पीठ और सीने पर लाल रंग के धब्बे लगे हुए थे और चुकी यह तीनों फ्रेंड नरसिंह की फ्रेंड थी। इसलिए इन्हें यह पता करने में जरा सा भी वक्त नहीं लगा। यह धब्बे कितने रंग के नहीं बल्कि खून के थे। किसी को भी समझ नहीं आया था क्या कि रेस डॉल के कपड़ों पर यह खून लगा। कहां से इस घटना के बाद से लू ने ढूंढा से कई बार कहा कि यह डॉल होती है और इसको यहां रखना बिल्कुल भी ठीक नहीं है।

लेकिन दो ना अपने किसी भी दोस्त की बात सुनने को तैयार ही नहीं थी और इतना कुछ खो जाने पर भी दोनों ने इस डॉल को अपने कमरे से नहीं निकाला। दरअसल डोरा को भी इस डॉल एक अजीब तरह का लगाव हो गया था। 1 दिन लो घर में अकेली थी और दो ना अपनी दूसरी सहेली के साथ किसी काम से बाहर गई थी। तभी लुको कमरे सेडोना के चीखने की आवाज आई और इस आवाज के चक्कर में वह भूल गई थी कि दो ना तो घर में थी ही नहीं। वह बात पर हुए जब कमरे में गई तो उसने देखा कि कमरे में उस डॉल के अलावा और कोई भी मौजूद नहीं था। लेकिन इसके बाद कमरे से लू के चीखने की भी आवाजाही और इत्तेफाक से दो ना और उसकी सहेली उस समय लौट कर आ चुके थे और जैसे ही उन दोनों को उल्लू की आवाज आई। अभी दोनों भागते हुए कमरे में पहुंची कमरे में जाकर उन्होंने देखा इंदु फर्श पर बेहोश पड़ी थी और उसके शरीर पर गहरे चोट के निशान थे। यह दोनों फ्रेंड लोग को हॉस्पिटल लेकर गई जहां पर उसे तुरंत ही एडमिट कर लिया गया और फिर लगभग 2 दिन के बाद जदयू को होश आया तो उसने दोनों को बताया कि उस पर यह हमला उसकी डॉल ने किया था और यह बात सुनकर दोनों का शरीर चकरा गया और अब उसको लू की कही हुई सभी बातों पर यकीन होने लगा था क्योंकि लू पर जानलेवा हमला हुआ था और इस हालत में वह झूठ कभी भी नहीं बोल सकती थी। दो ना तुरंत ही अपने हॉस्टल के पास वाले चर्च में गई और फादर है किंतु इस घटना के बारे में बता दिया।

फादर है कि मैडोना की बात सुनी और उसको अपने सीनियर फादर फादर फुक के पास भेज दिया। फादर को अपने डॉल को अच्छी तरह से देखा और डोना को बताया कि यह डॉल होती है और इस पर एक बुरी आत्मा का साया है। फादर कोक ने कहा कि यह मामला संभालना उनके बस की बात नहीं है। इसलिए उन्होंने इस्तीफा! पैरानॉर्मल एक्टिविटी एक्सपोर्ट एडवर्ड वारंट और उनकी पत्नी लॉरेन रीटा को दे दी। यह दोनों पति और पत्नी इस मामले के बारे में सुनते ही तुरंत डोडा के हॉस्टल रूम में पहुंच गए और उन्होंने डॉल की इस बिहेवियर की बारीकी से जांच करने के लिए एक हफ्ता उसके साथ बिताने का फैसला किया और फिर एक हफ्ता डॉल के साथ रहने के बाद फॉरेन कपल ने दोनों को बताया। इस डॉल के अंदर एक बेहद शक्तिशाली आत्मा का वास है और अब यह आत्मा इस डॉल से निकलकर एक इंसानी शरीर में जाना चाहती है।

इन लोगों ने आगे बताया कि आत्मा ने अपने रहने के लिए दोनों के शरीर को चुना है। इसीलिए जितना जल्दी हो सके, इस को ढोना से दूर करना होगा। दो ना यह सब बातें सुनकर बहुत घबरा गई और उसने वारंट कपल को डॉल उनके साथ ले जाने के लिए हां बोल दी। यह दोनों पति और पत्नी डॉल को अपनी कार में रखकर अपने साथ ले जाने लगे और तभी अचानक से इनके कार का सभी सिस्टम फेल हो गया और कार बेकाबू होकर एक दीवार से जा टकराई। अच्छी बात यह थी कि उससे। कार की स्पीड बहुत ज्यादा तेज रही थी। इसलिए हम दोनों पति और पत्नी को ज्यादा चोट नहीं आई थी। हालांकि लोग यह समझ गए थे कि कार के बेकाबू होने का कारण भी या डॉल ही थी और इसी ने अपनी शक्तियों से कार के सभी सिस्टम फेल कर दिए थे।

हालांकि कैसे भी करके घर पहुंचने के बाद इन पति और पत्नी ने तंत्र मंत्र और पवित्र जल की मदद से इस डॉल को शांत कर के शीशे के बॉक्स में बंद कर दिया और फिर इस बात को उन्होंने अपने खुद के म्यूजियम ऑफ आर्ट म्यूजियम में रख दिया और तब से लेकर आज तक यह पॉलिसी म्यूजियम के अंदर ही रखी हुई है और वह तो म्यूजियम में जहां यह डाल रखी हुई है, वहां पर एक बार ड्रिंक भी लिखी गई है कि कोई ना तो इस बॉक्स के करीब है और ना ही इस को छूने की ट्राई करें क्योंकि इस दौर में अभी भी शैतानी शक्ति है। मौजूद है।

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