क्या इस मंदिर में भगवान को चढ़ाया जाता है शराब? ऐसा करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है
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जब भी आप भगवान के दर्शन करते हैं तो जीवन की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं। भगवान के दर्शन कर मन प्रसन्न हो जाता है और साथ ही स्वास्थ्य भी आता है। अक्सर जब भी कोई भगवान के दर्शन के लिए मंदिर जाता है तो कुछ न कुछ चढ़ा देता है। ज्यादातर जगहों पर भगवान को फल और मिठाई का भोग लगाया जाता है। ऐसा करने से भगवान अपने भक्त की हर मनोकामना तुरंत पूरी करते हैं।
भक्त साल भर कार्तिक एकादशी का इंतजार करते हैं।
आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां भक्त भगवान को कुछ न कुछ चढ़ाते हैं लेकिन वह फल और मिठाई नहीं है हम बात कर रहे हैं उस मंदिर की जहां शराब परोसी जाती है। दरअसल, चेंबूर में वीरजमन भैरो नाथ के एक छोटे से मंदिर में एक अलग ही हरियाली है। वर्ष के दौरान कार्तिक एकादशी की प्रतीक्षा में भक्त उन्हें व्हिस्की, रम और वोदका की बोतलें भेंट करते हैं।
यह भव्य मंदिर कब्रिस्तान के एक कोने में स्थित है।
करीब चार साल पहले श्मशान घाट के कोने में बने इस मंदिर में कार्तिक एकादशी के दिन भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली थी. साथ ही उन्होंने जो शराब दी वह भी प्रसाद के रूप में बांटी गई। मंदिर के रखवाले रमेश लोहाना ने बताया कि भगवान भैरवनाथ को भगवान शिव का अवतार माना जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि कार्तिक एकादशी हमारे लिए बहुत पवित्र दिन है।
इस मंदिर में सभी धर्मों के लोग शराब पीने आते हैं।
उन्होंने कहा, "हम साल भर में इस एक दिन का इंतजार करते हैं।" इस मंदिर में सभी धर्मों के हजारों श्रद्धालु शराब पीने आते हैं। हम पिछले 40 सालों से लगातार इस परंपरा का पालन कर रहे हैं। लोहाना ने कहा कि विभाग के दौरान पाकिस्तान से विस्थापित होने के बाद उसके मामा अपने परिवार के साथ चेंबूर चले गए थे। बाद में उन्होंने इस मंदिर का निर्माण कराया।
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